10 दिसम्बर 2024

विम्बलडन 2024: रोहन बोपन्ना और मैथ्यू एबडेन दूसरे दौर में पहुंचे

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भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी रोहन बोपन्ना और मैथ्यू एबडेन विम्बलडन 2024 में पुरुष युगल के दूसरे दौर में पहुंच गई है। उनके प्रदर्शन ने भारतीय टेनिस प्रशंसकों में उत्साह और उम्मीदों को बढ़ावा दिया है।

भारत के रोहन बोपन्ना और उनके ऑस्ट्रेलियाई साथी मैथ्यू एबडेन ने यहां रॉबिन हास और सैंडर अरेंड्स के खिलाफ एक सहज जीत के साथ विम्बलडन पुरुष युगल स्पर्धा के दूसरे दौर में प्रवेश किया। बोपन्ना और एबडेन ने अपने डच प्रतिद्वंद्वियों को 7-5, 6-4 से हराया। यह मैच बुधवार को बारिश के कारण बाधित हुआ था और इसे पूरा होने में एक घंटा और 11 मिनट का समय लगा।

बोपन्ना और एबडेन ने मैच की शुरुआत मजबूत की और पहले सेट में अपनी सर्विस को मजबूती से बनाए रखा। उनका संयोजन और कोर्ट पर समझ बेजोड़ थी, जिसने उन्हें पहले सेट को 7-5 से जीतने में मदद की। दूसरे सेट में भी उन्होंने अपनी आक्रामकता और कुशलता को बनाए रखा और 6-4 से जीत हासिल की। उनकी यह जीत भारतीय टेनिस के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

दूसरे वरीयता प्राप्त खिलाड़ी, जो वर्तमान में ऑस्ट्रेलियन ओपन के चैंपियन हैं, अब दूसरे दौर में जर्मनी के हेंड्रिक जेबेंस और कॉन्स्टेंटिन फ्रैंट्ज़ेन का सामना करेंगे। इंडो-ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी ने पिछले साल के इस सीजन के तीसरे ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में भी जगह बनाई थी। उनकी इस जीत ने यह साबित कर दिया है कि वे उच्चतम स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

पुरुष युगल के पहले दौर में भारत का प्रतिनिधित्व आगे भी रहेगा, जिसमें एन श्रीराम बालाजी और युकी भांबरी गुरुवार को खेलने उतरेंगे। बालाजी ब्रिटेन के ल्यूक जॉनसन के साथ जोड़ी बनाएंगे और चौथे वरीय माटे पाविच (सर्बिया) और मार्सेलो अरेवालो (एल साल्वाडोर) का सामना करेंगे। दूसरी ओर, भांबरी और फ्रांस के अल्बानो ओलिवेटी कज़ाक जोड़ी अलेक्जेंडर बुब्लिक और अलेक्जेंडर शेवचेंको से भिड़ेंगे।

बालाजी और भांबरी के मैच भी दर्शकों में उत्साह भर देंगे क्योंकि भारतीय टेनिस प्रशंसक अपने खिलाड़ियों को उच्चतम स्तर पर प्रतिस्पर्धा करते देखना पसंद करते हैं। उनके प्रदर्शन पर पूरे भारत की निगाहें रहेंगी, जो यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि क्या वे उच्च वरीयता प्राप्त जोड़ी को हराकर आगे बढ़ सकते हैं। उनके प्रदर्शन से भारतीय टेनिस को नई दिशा और गति मिलेगी।

विम्बलडन में भारतीय खिलाड़ियों की सफलता न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय टेनिस के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। इन जीतों से युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती है और वे भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का सपना देख सकते हैं।

बोपन्ना और एबडेन की यह जीत भारतीय टेनिस के लिए एक नया अध्याय है और इससे खेल के प्रति युवाओं में रुचि बढ़ेगी। यह भारतीय टेनिस के लिए एक सकारात्मक संकेत है और उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में और भी अधिक भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाएंगे।

इस बीच, विम्बलडन में भारतीय खिलाड़ियों की यात्रा जारी है और उनके प्रशंसक उनकी हर जीत का जश्न मना रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे आगे के मैचों में कैसा प्रदर्शन करते हैं और क्या वे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में और आगे बढ़ सकते हैं।

भारतीय टेनिस की इस सफलता ने न केवल खिलाड़ियों को बल्कि पूरे देश को गर्व महसूस कराया है। यह देखना रोमांचक होगा कि आगे के मैचों में भारतीय खिलाड़ी किस प्रकार का प्रदर्शन करते हैं और क्या वे इस शानदार सफर को जारी रख सकते हैं।